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एकता परिषद भू अधिकार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अहिंसात्मक जन आंदोलन है. लोगों की आवाज सुनी जाए इसके लिए एक बड़े पैमाने की राष्ट्री अभियान की नींव रखी गयी थी, जिसे जनादेश 2007 कहा गया, जिसके माध्यम से 25 हजार लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी तक पहुंच कर अपनी आवाज बुलंद की.

Monday, 20 June 2011

जनसत्याग्रह के लिये सरकार ने किया मजबूर राजगोपाल

मुरैना| जनसत्याग्रह 2012 करने के लिये सरकारों ने हमें मजबूर कर दिया है,सरकार की वादा खिलाफी इसके लिये जिम्मेवार है। उपरोक्त उद्गार आज गांधी सेवा आश्रम जौरा में एकता परिषद के मुखिया पी.ब्ही.राजगोपाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जनादेश 2007 के बाद केन्द्र सरकार ने संगठन की मांगों को स्वीकारते हुए गरीब एवं वंचित वर्ग के लागों के लिये भूमि सुधार कानून बनाने एवं इस काम को अंजाम देने के लिये भूमि सुधार परिषद एवं प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में भूमि सुधार काउन्सिल बनाने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी। भूमि सुधार परिषद ने देश भर में घूम कर भूमि समस्याओं का अध्ययन कर 300 सिफारिशें सरकार के सामने रखीं थीं,लेकिन परिषद की इन सिफरिशों पर सरकार ने अभी तक कोई अमल नहीं किया है। इसी कारण संगठन को एकबार फिर अहिंसक सत्याग्रह करने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है इसके लिये सरकार ही पूरी तरह जिम्मेवार है। एकता परिषद के मुखिया राजगोपाल ने सरकार पर अपनी नीतियों ओैर घोषणाओं की उपेक्षा कर वंचित समुदाय की दुश्वारियां बड़ाने का आरोप लगाया। पत्रकार वार्ता में राजगोपाल ने देश की व्यबस्थाओं पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि देश में जब टाटा,जिंदल और डालमिया जैसे बड़े उद्योगपतियों की समस्याओं के निराकरण के लिये सिंगल विण्डो सिस्टम हो सकता है तो फिर देश के किसान और भूमिहीनों के लिये एसी व्यबस्था क्यों नहीं की जा सकती है। राजगोपाल ने अपनी प्रमुख मांगों के संबंध में बताया कि संगठन प्रमुख रूप सें किसानों के भूमि विवादों के त्वरित न्यायालय बनाना,भूमि अधिग्रहण कानून को न्याय संगत बनाना एवं भूमि रिकार्ड का कम्प्यूटरीकरण करने सहित भूमिहीन,गरीब एवं आदिवासियों को आजीविका के लिये जमीन आवंटित किये जाने की है। भूमि समस्याओं के लिये राजगोपाल का संभाग मुख्यालय धरना 15 जून से जौरा -चंबल अंचल में ब्याप्त भूमि समस्याओं के विरोध में एकता परिषद के मुखिया पी.ब्ही.राजगोपाल आगामी 15 जून से आयुक्त कार्यालय पर धरना देकर क्षेत्र की भूमि समस्याओं के समाधान की मांग करेंगे। राजगोपाल के साथ एकता परिषद एवं अन्य जनसंगठनों के सैकड़ों लोग भूमि सम्स्याओं के समाधान की मांग को लेकर होने वाले इस आन्दोलन में भाग लेंगे। इस बात की घोषणा आज पी.ब्ही.राजगोपाल ने जौरा में आयोजित पत्रकार वार्ता में की । राजगोपाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पूरे देश की तरह इस क्षेत्र में भी गरीब एवं आदिवासी वर्ग की भूमियों पर दबंगो ने जबरन कब्जा कर लिया है। कई स्थानों पर प्रशासन की लापरवाही एवं भृष्टाचारी नीतियों के कारण आदिवासियों को पट्टे पर मिली भूमियों का सीमांकन तक नहीं हो सका है। इसी प्रकार जिले के पहाड़़गढ़,सबलगढ़ सहित श्योपुर शिवपुरी आदि कई जिलों में राजस्व अधिकारियों की मिली भगत से भूदान एवं सरकारी जमीनों की खरीद-फरोख्त का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। राजगोपाल ने कहा कि इन्हीं समस्याओं को लेकर वे आगामी 15 जून से चंबल आयुक्त कार्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना देंगें। जन जागरण के लिये गांधी जयंती पर कन्याकुमारी से शुरू होगी यात्रा एकता परिषद के अहिंसक आन्दोलन जनसत्याग्रह 2012 में जन समर्थन जुटाने के लिये एकता परिषद के मुखिया पी.ब्ही.राजगोपाल आगामी 2 अक्टूवर गांधी जयंती से कन्याकुमारी से दिल्ली तक की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे पूरे एक बर्ष तक जनसत्याग्रह के लिये जनसमर्थन जुटाने का काम करेंगे। उनकी यह यात्रा पैदल एवं जीप द्वारा होगी ताकि वे ज्यादा से ज्यादा समय का उपयोग गरीब एवं वंचित वर्ग के अधिकारों की लड़ाई को मजबूत बनाने में लगा सकें। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि वंचितो के अधिकार एवं शोषण मुक्त समाज के निर्माण के लिये देश की युवा शक्ति को अपना रचनात्मक सहयोग देने के लिये तैयार रहना चाहिये।

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