About Me

एकता परिषद भू अधिकार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अहिंसात्मक जन आंदोलन है. लोगों की आवाज सुनी जाए इसके लिए एक बड़े पैमाने की राष्ट्री अभियान की नींव रखी गयी थी, जिसे जनादेश 2007 कहा गया, जिसके माध्यम से 25 हजार लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी तक पहुंच कर अपनी आवाज बुलंद की.

Friday 15 April 2011

वन व कृषि भूमि पर अधिकारों के लिए रखा सामुहिक उपवास

दिल्ली के जंतर-मंतर में एकता परिषद का आयोजन
भूमि अधिकार सें वंचित पूंजापथरा की महिलाएं हुई शामिल
रायगढ़ । एकता परिषद द्वारा नई दिल्ली के जंतर-मंतर में जन सत्याग्रह 2012 की चेतावनी हेतु हजारों लोगों द्वारा सामूहिक उपवास रखा गया। चार दिन तक चलने वाले इस उपवास कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों के लगभग 5500 लोगों के साथ विदेशों के एकता परिषद के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी.वी. राज गोपाल, राष्ट्रीय संयोजक रन सिंह परमार के नेतृत्व में उक्त सामूहिक उपवास कार्यक्रम की गई। वर्ष 2007 में गठित भूमि सुधार आयोग के भूमि सुधार नीति का जमीनी स्तर पर कारगर ढंग से लागू करने हेतु केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने यह कार्यक्रम किया गया।

अगर केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारें भूमि समस्या को सही ढंग से हल नहीं करती हैं तो आगामी 2 अक्टूबर 2012 को एक लाख वंचितों द्वारा सड़कों पर उतरकर जन सत्याग्रह किया जाएगा।

जंतर-मंतर में आयोजित उक्त उपवास कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के 590 लोगों ने संयोजक प्रशांत कुमार के नेतृत्व में सक्रिय भागीदारी निभाई। एकता परिषद रायगढ़ के जिला समन्वयक रघुवीर प्रधान तथा जशपुर जिला के समन्वयक कार्तिक कुमार के नेतृत्व में 80 लोगों ने भाग लिया जिसमें रायगढ़ जिले के विशेष रूप से भूमि समस्या से गंभीर रूप से प्रताडि़त पूंजीपथरा के जुझारू महिला अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया व अपनी समस्या को पूरी दस्तावेजों के साथ विडियोग्राफी की प्रति आवेदन स्वरूप प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को सौंपा।

No comments:

Post a Comment