कोडरमा, स्वंयेवी संस्था एकता परिषद द्वारा समाहरणालय के समक्ष जमीन संबंधी मामलों को लेकर जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हालांकि कार्यक्रम में जिलास्तर के एक भी सरकारी पदाधिकारी के भाग नहीं लेने से मामलों पर कोई पहल नहीं हो पाया। कार्यक्रम में फ्रांस से आये प्रतिनिधि जोसेफ एवं क्लिमेंस ग्रामीण क्षेत्रों से आये लोगों की समस्याओं से अवगत हुए। दोनों प्रतिनिधियों ने कहा कि मार्च 2012 में ग्वालियर से दिल्ली तक जन सत्याग्रह आंदोलन में फ्रांस से 500 प्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि यह सत्याग्रह गरीबों को भूमि तथा पानी के अधिकार दिलाने को लेकर है। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित एकता परिषद के दिवाकर तिवारी ने कहा कि कोडरमा में जमीन से संबंधित 2600 मामले आये हैं।
इसमें गरीबों को भू-दान की जमीन, वन अधिकार के तहत मिलने वाली भूमि, वासगीत पर्चा, दबंगों द्वारा गरीबों के जमीन पर कब्जा आदि मामले हैं। अब भी गरीब भूमिहीन हैं, जंगलों में बसने वाले लोगों को भी अधिकार से वंचित रखा गया है। ऐसे लोगों को हरहाल में अधिकार मिलना चाहिए। कार्यक्रम के उपरांत प्रतिनिधियों ने डीसी को मामलों से संबंधित आवेदन समर्पित कर अविलंब पहल की मांग रखी। इस मौके पर राजकुमार पांडेय, गीता देवी, सविता देवी, प्रमिला देवी, महादेव यादव, जमाल उद्दीन, रीना जायसवाल, संजय सिंह, रामेश्वर दास आदि उपस्थित थे।
इसमें गरीबों को भू-दान की जमीन, वन अधिकार के तहत मिलने वाली भूमि, वासगीत पर्चा, दबंगों द्वारा गरीबों के जमीन पर कब्जा आदि मामले हैं। अब भी गरीब भूमिहीन हैं, जंगलों में बसने वाले लोगों को भी अधिकार से वंचित रखा गया है। ऐसे लोगों को हरहाल में अधिकार मिलना चाहिए। कार्यक्रम के उपरांत प्रतिनिधियों ने डीसी को मामलों से संबंधित आवेदन समर्पित कर अविलंब पहल की मांग रखी। इस मौके पर राजकुमार पांडेय, गीता देवी, सविता देवी, प्रमिला देवी, महादेव यादव, जमाल उद्दीन, रीना जायसवाल, संजय सिंह, रामेश्वर दास आदि उपस्थित थे।
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